Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi: भारतीय टेलीविजन इतिहास की सबसे चर्चित और लंबी चलने वाली धारावाहिकों में से एक, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार न किसी नए सीज़न की वजह से, न किसी विवाद के कारण — बल्कि इसलिए क्योंकि इसके पुराने एपिसोड्स अब फिर से ऑनलाइन देखे जा सकते हैं। जी हां, वही कहानी जिसमें तुलसी विरानी थी, विरानी हाउस था और एक दौर में हर घर की बातचीत का हिस्सा बन गई थी।अब सवाल यह है – यह शो कहां और कैसे देखा जा सकता है? और क्यों आज भी इसका क्रेज इतना जिंदा है?
Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi शो जिसने भारतीय टेलीविजन को बदला
2000 में स्टार प्लस पर प्रसारित हुआ ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ एक cultural phenomenon था। शो ने 8 सालों तक टीवी की दुनिया पर राज किया और अपने 1800 से भी अधिक एपिसोड्स से दर्शकों को बांधे रखा।
इस सीरियल की निर्माता एकता कपूर थीं, जिन्होंने Balaji Telefilms के बैनर तले इसे प्रोड्यूस किया और ‘तुलसी’ के किरदार में स्मृति ईरानी को घर-घर में मशहूर कर दिया। इस शो ने न सिर्फ भारतीय दर्शकों की सोच को बदला बल्कि टेलीविजन इंडस्ट्री में TRP का नया इतिहास भी रचा।
अब कहां देख सकते हैं Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi के पुराने एपिसोड्स?
अब दर्शकों को अपने बचपन या युवावस्था की यादों में लौटने का मौका मिल रहा है, क्योंकि यह शो Disney+ Hotstar पर उपलब्ध है। प्लेटफॉर्म पर इसके पुराने एपिसोड्स को स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध करा दिया गया है।
- आप इस शो को Disney+ Hotstar App या वेबसाइट पर देख सकते हैं
- एपिसोड्स हिंदी में उपलब्ध हैं
- शुरुआती एपिसोड्स से लेकर अंत तक की पूरी सीरीज़ मौजूद है
- बिना रुकावट binge-watch करने का मौका
आज के समय में क्यों ज़रूरी है Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi का दोबारा आना?
- नॉस्टैल्जिया का दौर: आजकल की डिजिटल और सोशल मीडिया से भरी दुनिया में लोग अपने बचपन और पुराने दौर को याद करना पसंद करते हैं। ऐसे में ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ एक भावनात्मक जुड़ाव पैदा करता है।
- नैतिक मूल्यों पर आधारित कहानियाँ: आज की नई सीरीज और वेब शोज़ भले ही आधुनिक विषयों पर हों, लेकिन ‘क्योंकि…’ जैसे सीरियल में परिवार, रिश्ते, त्याग और सम्मान जैसे मुद्दों को बखूबी दिखाया गया था।
- जेनरेशन गैप को पाटने का मौका: नई पीढ़ी को पुराने दौर के टीवी शोज़ की कहानी, अभिनय और संस्कृति समझने का अवसर मिलता है।
तुलसी विरानी: एक करिश्माई चरित्र
इस शो की जान थी ‘तुलसी’ – एक बहू, जो घर को जोड़े रखती है, जिसके निर्णय पारिवारिक झगड़ों को सुलझाते हैं, और जो अपनी सास से टकराकर भी घर को बिखरने नहीं देती। स्मृति ईरानी ने इस भूमिका को इतनी प्रभावशाली तरीके से निभाया कि लोग आज भी उन्हें ‘तुलसी बहू’ के नाम से याद करते हैं।
अन्य अहम किरदार जो याद रह गए
- बा (Sudha Shivpuri): जिनकी सीख और सलाह से घर चलता था
- मिहिर विरानी (Amar Upadhyay): तुलसी के पति, जिनकी मृत्यु और वापसी वाला ट्रैक इतिहास बन गया
- साविता, गायतोंकी, करण, गौतम, टान्या – ये सभी कैरेक्टर्स दर्शकों के ज़हन में आज भी बसे हैं
Balaji Telefilms की रणनीति: पुराना दिखाओ, नया कमाओ?
एकता कपूर और उनकी टीम ने पिछले कुछ वर्षों में अपने पुराने शोज़ को नए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध करवाना शुरू किया है। इससे न सिर्फ पुराने दर्शक दोबारा जुड़ते हैं, बल्कि नई ऑडियंस भी इन सीरियल्स से परिचित होती है। यह रणनीति पूरी तरह से काम कर रही है।
क्या आने वाले समय में सीरियल का रीमेक भी आ सकता है?
टीवी और OTT इंडस्ट्री में पुराने हिट शोज़ के रीबूट या रीमेक की प्रथा चल पड़ी है। ऐसे में ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ का नया वर्जन या स्पिन-ऑफ भी भविष्य में संभव है।
एकता कपूर ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि अगर दर्शक मांग करेंगे तो वो इसके रीमेक पर विचार कर सकती हैं।
निष्कर्ष: Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi शो, जो आज भी दिलों में जिंदा है
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ सिर्फ एक सीरियल नहीं, बल्कि एक दौर था। जब परिवार साथ बैठकर टीवी देखते थे, बहुएं तुलसी को रोल मॉडल मानती थीं, और मिहिर की वापसी पर सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था।
अब जबकि यह शो दोबारा डिजिटल रूप में उपलब्ध है, तो यह ना सिर्फ नॉस्टैल्जिया को जगाता है बल्कि इस बात का प्रमाण भी देता है कि क्लासिक कभी आउटडेटेड नहीं होते।