Sawan 2025: सावन 2025 का पवित्र महीना नजदीक है और देशभर में श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इस महीने को भगवान शिव का प्रिय मास माना जाता है, और यही वजह है कि लोग व्रत, पूजा-पाठ के साथ साथ वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर, पूजा स्थल और जीवन में शुभता लाने के उपाय करते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 11 जुलाई 2025 से पहले यदि कुछ खास वास्तु उपाय किए जाएं, तो पूरे सावन महीने में न केवल सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, बल्कि आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक सुख-शांति में भी वृद्धि होगी।
इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर वो कौन-कौन से वास्तु टिप्स हैं जिन्हें आपको 11 जुलाई से पहले अपनाना ही चाहिए।
Sawan 2025 से पहले अपनाए ये वास्तु टिप्स
1. पूजा स्थान को शुद्ध करें
सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम है पूजा स्थान की सफाई और वास्तु सुधार। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर पूजा घर पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में स्थित है, तो यह ऊर्जा के प्रवाह के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
- साफ-सफाई करते समय गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें।
- पूजा घर में टूटी-फूटी मूर्तियों को हटा दें।
- पूजा की थाली, दीपक, घंटी आदि धातु के हों तो बेहतर है।

2. मुख्य द्वार का वास्तु विशेष ध्यान दें
मुख्य द्वार को वास्तु में ‘मुख्य ऊर्जा प्रवेश द्वार’ कहा गया है। इसलिए सावन शुरू होने से पहले इस हिस्से का विशेष ख्याल रखें।
- दरवाजे के ऊपर ‘शुभ-लाभ’ या ‘ॐ’ का चिन्ह लगाएं।
- दोनों ओर दीपक या आम के पत्तों की तोरण लगाएं।
- दरवाजे पर टूटी या जंग लगी चीजें न हों।
3. तांबे के पात्र से करें जल अर्पण
सावन में भगवान शिव को जल अर्पण करना अत्यंत शुभ माना गया है। यदि यह तांबे के पात्र से किया जाए, तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। तांबा सकारात्मक ऊर्जा का वाहक होता है और वास्तु शास्त्र में इसे अत्यंत लाभकारी माना गया है।
4. घर में रखें तुलसी और बेलपत्र का संयोजन
वास्तु के अनुसार तुलसी और बेलपत्र दोनों ही अत्यंत पवित्र पौधे माने जाते हैं। सावन से पहले इन पौधों को घर में स्थापित कर देना शुभ होता है।
- तुलसी घर के उत्तर या पूर्व दिशा में हो।
- बेलपत्र का पौधा दक्षिण-पूर्व या ईशान कोण में लगाएं।
- पौधों की नियमित पूजा करें और साफ-सफाई रखें।

5. फटे पुराने कपड़े, टूटे बर्तन करें बाहर
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखे हुए फटे पुराने कपड़े, टूटे बर्तन या खराब घड़ियां नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। सावन शुरू होने से पहले इन्हें घर से हटा देना चाहिए।
- इससे मानसिक तनाव और आपसी कलह में कमी आती है।
- घर की वित्तीय स्थिति में सुधार संभव होता है।
6. शिवलिंग की स्थापना या अभिषेक की परंपरा
सावन का महीना शिव भक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यदि संभव हो तो घर में छोटे शिवलिंग की स्थापना करें।
- नियमित रूप से अभिषेक करें (दूध, जल, बेलपत्र)।
- शिव मंत्रों का जाप करें – “ॐ नमः शिवाय”
- यह उपाय घर के वातावरण को आध्यात्मिक और शांत बनाएगा।
7. घर में रखें नमक वाला उपाय
वास्तु में नमक को ऊर्जा संतुलन का माध्यम माना गया है। विशेषतः सावन में नमक से जुड़ा यह उपाय बेहद कारगर होता है:
- एक कटोरी में सेंधा नमक भरें और उसे बाथरूम के कोने में रखें।
- हर शनिवार को बदल दें।
- इससे नकारात्मकता दूर होती है और शारीरिक थकान कम महसूस होती है।

8. घर के उत्तर-पूर्व को रखें हल्का और साफ
वास्तु के अनुसार उत्तर-पूर्व कोण (ईशान कोण) को सबसे पवित्र माना गया है। यह दिशा भगवान का स्थान है। यहां भारी सामान न रखें और इसे साफ रखें।
- यहां दीपक जलाना, हवन करना या पूजा करना श्रेष्ठ है।
- इस कोने में सफेद रंग का प्रयोग करें – जैसे सफेद पर्दे या कपड़े।
- इससे घर में स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहती है।
9. घर की दीवारों का रंग और वास्तु
यदि घर में पुनः रंगाई-पुताई की योजना है तो सावन से पहले ही उसे पूरा कर लें। वास्तु के अनुसार, गलत रंग मानसिक अस्थिरता और विवाद को बढ़ा सकते हैं।
- पूर्व दिशा – हल्का हरा
- उत्तर – हल्का नीला
- दक्षिण – गुलाबी या क्रीम
- पश्चिम – हल्का ग्रे या सफेद
निष्कर्ष: Sawan 2025 सिर्फ पूजा का महीना नहीं, सकारात्मक बदलाव का अवसर है
11 जुलाई 2025 से पहले अगर आप ऊपर बताए गए वास्तु उपायों को अपनाते हैं, तो यह ना सिर्फ आपकी पूजा को अधिक प्रभावशाली बनाएगा बल्कि पूरे परिवार के लिए सुख-शांति, समृद्धि और ऊर्जा का संचार करेगा।
सावन का समय अपने घर को शुद्ध करने, नकारात्मकता को दूर करने और जीवन में सौभाग्य आमंत्रित करने का सबसे उपयुक्त अवसर होता है। तो देरी न करें – अपने घर का वास्तु सुधारें और भगवान शिव की कृपा से भरपूर हो जाएं।