Battle Of Galwan: बॉलीवुड एक बार फिर देशभक्ति और युद्ध की कहानियों की तरफ रुख कर रहा है, और इस बार चर्चा में है सलमान खान की नई संभावित फिल्म – Battle of Galwan। जैसे ही सोशल मीडिया पर इस फिल्म का पोस्टर वायरल हुआ, फैंस में हलचल मच गई। लेकिन इस खबर के साथ ही कई सवाल भी खड़े हो गए — क्या सलमान वाकई इस फिल्म में काम कर रहे हैं? क्या ये फिल्म असली गलवान संघर्ष पर आधारित है या सिर्फ एक सिनेमाई कल्पना?
आइए जानते हैं इस पूरे मामले की गहराई, निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र की प्रतिक्रिया, और क्या वाकई ‘Battle of Galwan’ बॉलीवुड की अगली बड़ी देशभक्ति फिल्म बनने वाली है।
Battle Of Galwan: भारत के लिए एक भावनात्मक अध्याय
भारत-चीन के बीच 2020 में गलवान घाटी में हुए सैन्य संघर्ष ने पूरे देश को झकझोर दिया था। 20 भारतीय जवानों की वीरगति और चीन से आमने-सामने की भिड़ंत ने इस इलाके को एक राष्ट्रवादी प्रतीक में बदल दिया।
ऐसे में जब इस विषय पर फिल्म बनने की खबरें सामने आईं, तो लोगों की उत्सुकता स्वाभाविक थी। और जब फिल्म के साथ सलमान खान और अली अब्बास ज़फ़र जैसे नाम जुड़े दिखे, तो सोशल मीडिया पर यह आग की तरह फैल गया।
Battle Of Galwan वायरल हुआ पोस्टर: सच्चाई या मिस्ट्री?
हाल ही में एक पोस्टर सामने आया, जिस पर लिखा था:
“Salman Khan in & as Battle of Galwan – Coming Soon”
पोस्टर में एक युद्ध भूमि का दृश्य था, जिसमें सैनिकों की छाया, झंडा और बंदूकें दिख रही थीं। फैंस और मीडिया ने तुरंत इसे सलमान की अगली फिल्म मान लिया और ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हैशटैग #BattleOfGalwan ट्रेंड करने लगा।

अली अब्बास ज़फ़र की प्रतिक्रिया: “सागर खामोशी में…”
पोस्टर के वायरल होते ही निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र ने एक बयान में कहा:
“सागर खामोशी में बहुत कुछ कह जाता है…”
इस गूढ़ प्रतिक्रिया ने कंफ्यूजन और बढ़ा दी। ना तो उन्होंने इस खबर को पूरी तरह खारिज किया, ना ही पुष्टि की। कुछ लोगों का मानना है कि ये एक PR स्ट्रैटेजी है — यानी पहले खबर फैलाओ, फिर आधिकारिक ऐलान करो।
क्या सलमान खान देशभक्ति फिल्म में फिट बैठते हैं?
सलमान खान का अब तक का फिल्मी सफर एक्शन, कॉमेडी और पारिवारिक फिल्मों से भरा रहा है। हालांकि, उन्होंने 1997 की फिल्म “वीरगति” और 2004 की “गर्व” जैसी फिल्मों में राष्ट्रवादी रंग दिखाया था। लेकिन गलवान जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सलमान का आना एक बोल्ड मूव माना जाएगा।
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह एक इमेज ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा हो सकता है — सलमान अब ‘मास मसाला’ हीरो से निकलकर ‘सीरियस देशभक्त’ के रोल में आना चाहते हैं।

फिल्म की संभावित कहानी: क्या होगी स्क्रिप्ट?
अगर यह फिल्म बनती है, तो इसकी कहानी 2020 के गलवान संघर्ष पर आधारित हो सकती है, जहां भारतीय सेना ने चीनी घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब दिया था।
संभव है कि फिल्म में एक काल्पनिक यूनिट को फॉलो किया जाए, जो गलवान घाटी में तैनात होती है। इसमें वीरता, बलिदान, रणनीति और राजनीति का मिश्रण हो सकता है।
हालांकि, इस विषय पर फिल्म बनाना संवेदनशील भी है — क्योंकि यह न सिर्फ शहीदों की याद है, बल्कि एक अंतर्राष्ट्रीय कूटनीतिक मामला भी।
राजनीति और सेंसर बोर्ड की भूमिका
अगर यह फिल्म बनती है, तो इसे पास कराने में सेंसर बोर्ड, रक्षा मंत्रालय और शायद विदेश मंत्रालय की भी भूमिका रहेगी। गलवान संघर्ष को लेकर अब तक सरकार ने कई सूचनाएं सार्वजनिक नहीं की हैं। ऐसे में फिल्म के निर्माता को स्क्रिप्टिंग में अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी।
कई बार ऐसी फिल्मों को राजनीतिक चश्मे से देखा जाता है, जिससे बवाल खड़ा हो सकता है — जैसा कि “उरी” और “द कश्मीर फाइल्स” जैसी फिल्मों के समय हुआ।

फैंस की प्रतिक्रिया: उत्साह और सवाल दोनों
सलमान के फैंस इस फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट्स आ रहे हैं:
- “अब असली हीरो दिखेगा स्क्रीन पर…”
- “सलमान खान देश के जवानों का रोल करेंगे, गर्व की बात है!”
- “अगर ये फिल्म सच है, तो मैं फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखूंगा।”
लेकिन कुछ लोग इस विषय पर फिल्म बनाए जाने को व्यावसायिकरण और शहीदों की भावनाओं से खिलवाड़ भी मान रहे हैं।
निष्कर्ष: अफवाह, प्रचार या भविष्य की प्लानिंग?
‘Battle of Galwan’ फिल्म पर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जिस तरह से पोस्टर वायरल हुआ और निर्देशक की प्रतिक्रिया आई — वह बताता है कि कुछ न कुछ ज़रूर पक रहा है।
अगर सलमान खान इस फिल्म में वाकई नज़र आते हैं और अगर इसे संवेदनशील तरीके से बनाया जाता है, तो यह न सिर्फ बॉलीवुड के लिए बल्कि भारत की सिनेमा संस्कृति के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है।
क्योंकि देशभक्ति सिर्फ नारे नहीं, एक भावना है — और अगर सिनेमा इस भावना को ईमानदारी से दर्शाए, तो वो करोड़ों दिलों तक पहुँच सकता है।